दो साल में एक हजार से ज्यादा लोगों को ठगने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। इस सिलसिले में पुलिस ने एक युवती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग बैंक एग्जीक्यूटिव बनकर लोगों के पास कॉल करते, उनसे बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड से संबंधित गोपनीय जानकारी हासिल कर खाते से ऑनलाइन रकम निकाल लेते। पुलिस ने इनके पास से दस मोबाइल, जालसाजी की रकम से खरीदी गई एसयूवी कार 500 और बैंक डाटा जब्त किया है।
आरोपियों की पहचान उत्तम नगर निवासी पवन सिंह (27), नजफगढ़ निवासी मोहम्मद जाहिद (22), विष्णु गार्डन निवासी कमल गोयल (23), डाबड़ी निवासी बंटी कुमार (23) व उत्तम नगर निवासी राधा (25) के तौर पर हुई। डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक संजय भाटिया ने बताया 18 अगस्त को अंसारी रोड दरियागंज निवासी डॉ विपिन भटनागर ने खुद के साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी।
पहले किया कॉल सेंटर में काम फिर बनाई गैंग
दरियागंज थानाध्यक्ष राकेश शर्मा की टीम ने तहकीकात शुरु की। पीड़ित से की गई बातचीत में पता चला उनके पास एसबीआई बैंक से दो तीन बार कॉल आए थे। कॉल करने वाली एक युवती ने खुद को बैंक एग्जीक्यूटिव बनकर बातचीत की थी। उन्हें पांच हजार कैश बैक का लालच देकर क्रेडिट कार्ड बैंक, आईवीआर और ओटीपी की जानकारी ले ली। इसके बाद ही उनके पास रुपए ट्रांजेक्शन के मैसेज आने शुरु हुए थे। पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड, मोबिकविक और बैंक रिकॉर्ड खंगाल जांच को आगे बढ़ाया। जालसाजों के बारे में जानकारी मिल जाने पर पुलिस ने इस रैकेट में शामिल पांच लोगों को अरेस्ट कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ पवन सिंह इस गैंग का मास्टरमाइंड है। वह बीटेक सेकेंड सेमेस्टर ड्रॉप आउट है। उसका तलाक हो रखा है। इसने गुड़गांव हरियाणा में कॉल सेंटर में काम भी किया है।
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