शादी समारोहो में चोरी करने के लिए सालाना 10-12 लाख रुपए में किराए पर लेते थे बच्चे https://ift.tt/3lIDXvF

शादी समारोह में चोरी की वारदात करने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने इस सिलसिले में दो नाबालिग समेत सात लोगों को पकड़ा है। यह गैंग बच्चों को उनके अभिभावकों से एक साल के लिए लीज पर लेकर चोरी करवाता था। इसके बदले बच्चे के घरवालों को दो या इससे ज्यादा किस्त में दस से बारह लाख रुपए अदा किए जाते थे। बकायदा, चोरी कराने से पहले बच्चों को ट्रेंड किया जाता, उन्हें खानपान से लेकर बढ़िया कपड़े पहनने के तौर तरीके सीखाए जाते थे।

अब तक की पूछताछ में पुलिस ने दावा किया दिल्ली, लुधियाना, जीरकपुर और चंडीगढ में शादी समारोह के दौरान हुई चोरी की आठ वारदातें सुलझा ली गयी हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की रकम से चार लाख रुपए, एक सिल्वर का सिक्का और दो बैग बरामद किए हैं। आरोपियों की पहचान संदीप, हंसराज, संत कुमार, किशन व बॉबी हैं। जबकि दो आरोपी नाबालिग हैं।

मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं सभी आरोपी

क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया एनसीआर में शादी समारोह में चोरी की कई घटनाएं सामने आ चुकी थीं। एसटीएफ एसीपी पंकज सिंह की टीम को विशेष रुप से इन केसों की जांच में लगाया गया था। जिन्होंने कई शादियों की वीडियो फुटेज का विश्लेषण किया। सीसीटीवी फुटेज और वीडियो फुटेज देखने के बाद पुलिस ने दो नाबालिग समेत तीन संदिग्धों की पुलिस ने पहचान की।

जांच में पुलिस ने पाया शादी के समारोह स्थल पर नाबालिग बेहद बढ़िया कपड़े पहनकर वहां पहुंचे, वे न केवल खाना खाते हैं बल्कि वारदात का सही वक्त का इंतजार करते हैं। मौका मिलते ही वे गिफ्ट बैग, शगून, ज्वेलरी कैश चोरी कर वहां से निकल जाते हैं। आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने राजगढ़ के तीन गांव गुलखेरी, सुलखेरी और कड़िया में जाकर आरोपियों की पहचान की।

यह गैंग राजगढ़ जिला मध्यप्रदेश से ऑपरेट होता है, जिसके सदस्य बैंक्वेट हॉल और फार्महाउस में हो रही शादी के दौरान चोरी करते थे। दो दिसम्बर को पुलिस ने इस गैंग के सभी सदस्यों को पकड़ लिया। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया वे नौ से पंद्रह साल के बच्चों को उनके परिजनों से लीज पर एक साल के लिए लेते थे। इसे बदले उन्हें दस से बारह लाख रुपए दिए जाते थे।

इन बच्चों को दिल्ली लाकर चोरी की वारदात करने से लेकर तमाम तरह की ट्रेनिंग दी जाती थी। आरोपियों ने बताया कापसहेड़ा, मायापुरी, मोती नगर में तीन वारदात के अलावा पंजाब और चंडीगढ में चोरी की वारदातें कर चुके हैं। यहां दिल्ली में आकर वे किराए के मकान में रहते थे। आरोपियों में संदीप गैंग का सरगना है जो साल 2010 से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है।

इधर, शादी समारोह से लौट रहे प्रॉपर्टी डीलर को बंधक बनाकर लूटा

बदमाशों ने शादी समारोह से घर लौट रहे प्रॉपर्टी डीलर को खुद की कार में बंधक बनाकर लूटपाट की। वारदात के बाद युवक को सुनसान जगह फेंककर कार, नकदी, मोबाइल व अन्य सामान लूटकर फरार हो गए। पीड़ित की पहचान सुनील यादव के रुप में हुई है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्जकर मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक सुनील कुमार वारदात वाली रात वह करीब 10.15 बजे सिरसपुर स्थित बगीचा फार्म हाउस से शादी समारोह में शामिल होकर अपनी कार से घर लौट रहा था। जैसे ही वह सेक्टर-18 रोहिणी, पनवाड़ी की दुकान पान लेकर वापिस गाडी में बैठने लगा तभी चार युवक आए। दो पिछली सीट पर बैठ गए, दो ने ड्राइवर सीट से धक्का देकर अंदर धकेल दिया। एक युवक कार चलाने लगा। बाकी ने पिस्टल निकालकर मेरे ऊपर तान दी। बदमाशों ने 8 हजार रुपए, एक डायमंड की अंगूठी, घडी लूट ली।



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Children were hired for stealing in wedding ceremonies for Rs 10-12 lakhs annually


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