
राजधानी दिल्ली में पिछले तीन दिनों से कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ बढ़ते मामलों के साथ हॉट स्पॉट्स की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों मुताबिक कंटेंनमेंट जोनों की कुल संख्या 3158 हो चुकी है। पिछले दिन दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 24 घंटे में ही 45 इलाकों को कंटेंनमेंट किया जा चुका है। इससे ठीक एक दिन पहले 100 से ज्यादा इलाके कंटेंनमेंट जोन बने थे।
वहीं अक्टूबर महीने में ही अब तक 588 हॉट स्पॉट्स चिह्नित हो चुके हैं। कोरोना की शुरुआत से अब तक दिल्ली में कुल 6657 कंटेंनमेंट जोन्स बनाए जा चुके हैं। कंटेंनमेंट जोन से जुड़े दिल्ली सरकार के 29 अक्टूबर के आंकड़े को देखें, तो इन कुल 6657 कंटेंनमेंट जोन में से अब तक 3610 कंटेंनमेंट जोन डी-कंटेन हो गए हैं। इसके अलावा 1177 कंटेंनमेंट जोन आने वाले दिनों में डी-कंटेन किए जा सकते हैं। गौरतलब है कि एक अगस्त को दिल्ली सरकार ने अपनी कंटेंनमेंट नीति में बदलाव किया था, जिसके बाद 716 पर पहुंच गई जो संख्या 496 रह गई थी।
दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली में सबसे ज्यादा कंटेंनमेंट जोन
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने माइक्रो-कंटेंमेंट जोन बनाने शुरू किए, जिसका असर यह हुआ कि 21 जून के बाद से ही अब तक 6323 कंटेंनमेंट जोन बन चुके हैं। कंटेंनमेंट जोन की जिलावार संख्या देखें तो 29 अक्टूबर के आंकड़े के अनुसार सबसे ज्यादा कंटेंनमेंट जोन दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली में हैं, जिनकी संख्या 558 है।
जबकि बसे कम हॉट स्पॉट उत्तरी-पूर्वी दिल्ली, इसके बाद दक्षिणी दिल्ली में 505, पश्चिमी दिल्ली में 333, नई दिल्ली में 275, मध्य दिल्ली में 267, दक्षिणी पूर्वी दिल्ली में 247, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली में 246, शाहदरा में 198, उत्तरी दिल्ली में 171, पूर्वी दिल्ली में 165 और उत्तरी पूर्वी दिल्ली में 82 कंटेंनमेंट जोन हैं। बढ़ते कंटेंनमेंट जोन को लेकर दिल्ली सरकार कहती रही है कोरोना को काबू में करने के लिए माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं, इसलिए यह संख्या बढ़ रही है।
हालात चिंताजनक, तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाएं सीएम : बिधूड़ी
भाजपा ने दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तुरन्त कोरोना संक्रमण को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को रविवार को लिखे एक पत्र में कहा है कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के समक्ष दिल्ली सरकार ने कहा है कि नवम्बर महीने में दिल्ली में प्रतिदिन कोरोना के मरीजों की संख्या करीब 12 हजार तक पहुंच जाएगी। उनके इलाज के लिए 20 हजार से ज्यादा बेड की जरूरत पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से प्रतिदिन करीब 5 हजार से अधिक कोरोना के मरीजों की पहचान हुई है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। लिहाजा यह जरूरी है कि सभी दलों की बैठक बुलाई जाए और सरकार बताए कि उसने इस महामारी की रोकथाम करने के लिए क्या तैयारी की है।
दिल्ली सकरार को बताना चाहिए कि उसके पास कितने बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर, आक्सीमीटर, पीपीई किट आदि उपलब्ध हैं। यदि आवश्यक हो तो इस मामले में केन्द्र सरकार की भी सहायता ली जा सकती है। केन्द्र सरकार ने पहले भी दिल्ली में कोरोना को काबू करने के लिए दिल्ली सरकार को हर संभव मदद दी थी। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार को राजधानी के छत्रसाल स्टेडिमयम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडिमय, शिवाजी स्टेडियम, अम्बेडकर स्टेडियम, इंदिरागांधी स्टेडियम आदि स्थानों पर बगैर कोई देरी किए अस्थायी अस्पतालों का निर्माण भी करना चाहिए।
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